Bihar Board Class 11th Geography Practical Exam Viral Paper With Answer key 2025
प्यारे साथियों इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि किस तरह से कक्षा 11वीं की जो फाइनल परीक्षा 2025 में होने जा रही है उसके लिए भूगोल का पेपर साथ में उसका आंसर की कैसे डाउनलोड कर पाएंगे इन सारी जानकारी को हम इस पोस्ट में बताने हैं।
कक्षा 11वीं भूगोल की प्रैक्टिकल परीक्षा कब होगी?
कक्षा 11वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा 26 से 27 मार्च को होने वाला है।
कक्षा 11वीं की एडमिट कार्ड कब जारी होगा?
कक्षा 11वीं की एडमिट कार्ड जारी नहीं होगा क्योंकि यह परीक्षा आप जिस विद्यालय में पढ़ रहे हो इसी विद्यालय में लिया जाता है।
कक्षा 11वीं का रिजल्ट कब जारी होगा?
प्यारे बच्चों कक्षा 11वीं का रिजल्ट आपके विद्यालय ही क्लास टीचर के द्वारा आपका रिजल्ट बताया जाएगा।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा की कॉपी जांच कहां होगा ?
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा की कॉपी जांच स्कूलास्तर में ही उन शिक्षकों के द्वारा होता है जो वर्तमान में उसी स्कूल में कार्य कर रहे होते है।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा का प्रश्नपत्र कहां से आता है ?
बिहार बोर्ड सबसे पहले प्रश्नपत्र को तैयार कर लेता है। फिर सभी जिला शिक्षा विभाग के पास प्रश्नपत्र को भेज दिया जाता है। उसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के तरफ से प्रश्नपत्र को जिले के सभी स्कूलों में परीक्षा होने के उपरांत प्रश्नपत्र को भेज दिया जाता है।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा में कितने बच्चे शामिल होगे ?
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा में लगभग 16 लाख से अधिक बच्चे सामिल होते है। जिन में से 1 लाख बच्चे किसी कारण से परीक्षा नहीं दे पाते है।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा क्यों देना चाहिए ?
बिहार बोर्ड के तरफ से कक्षा 11वीं की वार्षिक परीक्षा यानि फाइल परीक्षा लिया जाता हैं। क्योंकि इस परीक्षा को देने के बाद ही बच्चें अगली कक्षा यानि कक्षा 12वीं में नामांकन करा सकते है।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा नहीं देने पर क्या होगा ?
अगर कोई बच्चा कक्षा 11वीं की वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होता है तो उस बच्चें की नामांकन आगे की कक्षा यानि 12वीं में नहीं होता है जिससे उस बच्चें का 1 साल खराब हो जाता है। इसलिए आप लोग इस परिक्षा में जरूर शामिल जा जाइएगा।
कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा का प्रश्नपत्र कहा से आता है ?
आपको बताते चलें कि कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा का प्रश्नपत्र बिहार परीक्षा समिति के द्वारा तैयार किया जाता है। एवं परीक्षा के कुछ दिनों पहले ही जिलास्तर में भेज दिया जाता हैं।
Class 11th Geography Practical Answer Key 2025
खण्ड अ / Section – A
किसी एक प्रश्न का उत्तर दें।
2. प्र.भि. 1: 125,000,000 एवं 15° अन्तराल के आधार पर 15° उ. से 75° 3. अक्षांश एवं 60° पू. से 150° पू. देशान्तरों तक फैले क्षेत्र के लिए एक मानक अक्षांश वाला शंकु प्रक्षेप बनाइए।
Ans-
खण्ड – ब / Section – B
किसी एक प्रश्न का उत्तर दें।
3. निम्न स्थलाकृतियों को समोच्च रेखाओं द्वारा प्रदर्शित कीजिए :
(a) शंक्वाकार पहाड़ी, (b) पठार, (c) V-आकार की घाटी, (d) जलप्रपात, (e) नतोदर ढाल।
Ans- समोच्च रेखाओं (Contour lines) की मदद से शंक्वाकार पहाड़ी, पठार, V-आकार की घाटी, जलप्रपात और नतोदर ढाल को इस प्रकार दर्शाया जा सकता है:
(a) शंक्वाकार पहाड़ी (Conical Hill):
समोच्च रेखाएँ केंद्र की ओर बढ़ती हुई, एक-दूसरे के पास-पास होती जाएंगी, जो पहाड़ी के ढाल को दर्शाती हैं।
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पहाड़ी के शिखर पर समोच्च रेखाएँ एक बिंदु पर मिलती हुई दिखाई देंगी।
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समोच्च रेखाओं के बीच की दूरी ढाल की तीव्रता को दर्शाती है, अर्थात पास-पास रेखाएँ तीव्र ढाल और दूर-दूर रेखाएँ मंद ढाल को दर्शाती हैं।
(b) पठार (Plateau):
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पठार को समोच्च रेखाओं से दर्शाने के लिए, समोच्च रेखाएँ सीधी रेखाओं के रूप में दिखाई देंगी.
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समोच्च रेखाएँ एक-दूसरे से दूर-दूर होंगी, जो पठार के समतल क्षेत्र को दर्शाती हैं.
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यदि पठार के किनारे ढाल वाले होते हैं, तो समोच्च रेखाएँ किनारे की ओर बढ़ती हुई दिखाई देंगी।
(c) V-आकार की घाटी (V-Shaped Valley):
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समोच्च रेखाएँ “V” आकार में दिखाई देंगी, जहाँ “V” का नुकीला भाग घाटी की ओर इंगित करता है.
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समोच्च रेखाएँ घाटी के दोनों किनारों पर एक-दूसरे के पास-पास होती जाएंगी, जो घाटी के ढाल को दर्शाती हैं.
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समोच्च रेखाएँ घाटी के तल पर एक-दूसरे से दूर होती जाएंगी, जो घाटी के समतल क्षेत्र को दर्शाती हैं।
(d) जलप्रपात (Waterfall):
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समोच्च रेखाएँ जलप्रपात के पास एक-दूसरे के पास-पास होती जाएंगी, जो जलप्रपात के ढाल को दर्शाती हैं.
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जलप्रपात के ऊपर समोच्च रेखाएँ एक-दूसरे से दूर होती जाएंगी, जो जलप्रपात के समतल क्षेत्र को दर्शाती हैं.
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जलप्रपात के नीचे समोच्च रेखाएँ एक-दूसरे के पास-पास होती जाएंगी, जो जलप्रपात के ढाल को दर्शाती हैं.
(e) नतोदर ढाल (Gentle Slope):
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समोच्च रेखाएँ एक-दूसरे से दूर-दूर होंगी, जो नतोदर ढाल के मंद ढाल को दर्शाती हैं.
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समोच्च रेखाएँ ढाल की दिशा में एक-दूसरे के पास-पास होती जाएंगी, जो ढाल की तीव्रता को दर्शाती हैं
खण्ड C /Section C
किसी एक प्रश्न का उत्तर दें।
6. सुदूर संवेदन अन्य पारंपरिक विधियों से बेहतर तकनीक क्यों है ?
Ans- सुदूर संवेदन तकनीक, पारंपरिक विधियों से बेहतर है क्योंकि यह बड़े क्षेत्रों को कवर करती है और दूर से ही वस्तुओं के बारे में जानकारी देती है. यह तकनीक, पृथ्वी पर होने वाली प्राकृतिक घटनाओं और मानवीय गतिविधियों का पता लगाने में भी मदद करती है।
सुदूर संवेदन तकनीक के फ़ायदे:
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यह बड़े क्षेत्रों को कवर करती है.
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यह जल, कृषि, और मौसम जैसे गतिशील मामलों पर दोहरावपूर्ण कवरेज देती है.
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यह विभिन्न पैमानों और रेज़ॉल्यूशनों पर डेटा का आसान संग्रह करती है.
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यह डेटा को शीघ्रता से विश्लेषण करती है और विभिन्न अनुप्रयोगों में इसका इस्तेमाल करती है.
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यह पृथ्वी पर होने वाली प्राकृतिक घटनाओं और मानवीय गतिविधियों का पता लगाने में मदद करती है.
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यह मिट्टी, वानिकी, भूविज्ञान, और कृषि जैसी विकास प्रक्रियाओं में इस्तेमाल की जाती है.
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इसका इस्तेमाल सतत विकास, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण क्षरण, और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के लिए किया जाता है.
सुदूर संवेदन तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए उपग्रहों और हवाई जहाज़ों पर लगे कैमरों का इस्तेमाल किया जाता है।
इस पोस्ट के माध्यम से Over-all बताया गया है।
इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि किस तरीके से कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा भूगोल का ओरिजिनल प्रश्नपत्र एवं आंसर कैसे डाउनलोड कर सकते हैं। तो यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। अतः इस पोस्ट को ध्यान पूर्वक ऊपर में पढ़े।